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Thursday, December 26, 2024

भारतीय नगरों की महिमा***नरेन्द्र चावला

   भारतीय नगरों की महिमा

 नरेन्द्र चावला दे रहा,भारतीय नगरों की महिमा का उपहार।

जिसे भूलता जा रहा,कम्प्यूटर के नशे में आज सारा संसार।।

धुंधली पड़ती जा रही है हमारे भारत की ऐतिहासिक शान।

खास-खास वस्तुओं से ही होती थी नगरों की पहचान।। 

मेरठ की कैंचियाँ,रामपुरी चाकू,अलीगढ़ी ताले,मुरादाबाद के बर्तन। 

बरेली के बांस,हापुड़ के पापड़,खुर्जा का घी,मथुरा के पेड़े खुरचन।।

हैदराबादी बिरयानी,मुम्बई की भेलपूरी ,बंगाली मिष्ठी व रसगुल्लों का स्वाद।    पटियाला का पैग,सलवार, पंजाबी मक्की की रोटी सरसों का साग।।

फ़ैजाबाद की राबड़ी,दहीबड़ा,

कचौडी,फ़िरोज़ाबादी चूड़ियां।

दिल्ली की कुल्फी,भेड़मी, परांठे, कराची हलवा तथा जलेबियां।।

गुजराती खमनढोकला,खाखरा,आगरा का पेठा,नासिक के प्याज।

अमृतसरी पापड वडियां,कुलचे, कश्मीरी सेव, कुल्लु की शाल रहेंगे याद।।

ईलाहाबादी अमरुद ,नागपुर के संतरे,बनारसीसाड़ियां व पान।

देहरादून के चावल,जम्मू के राजमाहं,हरिद्वार चोटीवाले की दुकान।।

रिवाड़ी रोहतक की रेवड़ी, गुरुग्राम का ढोडा तथा मुजफ्फरनगर का गुड़ कमाल।  

लुधियाना के गर्मकपड़े जालंधर केsportsgoods व फुटबाल।

पानीपत के खेस,दरियां,कम्बल तथा डोसा,इडली,सांबर दक्षिणकी शान।              अमर हमारा स्वाभिमान,स्वागत है सबका पधारिए हिन्दोस्तान।। नरेन्द्र चावला*भारत*अमेरिका

                

           

    

      

Wednesday, December 18, 2024

संबंध/रिश्ते बचाओ ***नरेन्द्र चावला

        सम्बंध/रिश्ते बचाओ हार्दिक प्रेम से

यदि आप चाहते हो सम्बन्ध/रिश्ते रहें बरकरार !

तो याद रखना नरेन्द्र चावला की बातें दो चार !! 

इन रिश्तों के पौधों में डालते रहना,अपना प्यार !

दूसरा पुरानी बातों पर कभी मत करना तकरार !!

इन रिश्तों को देते रहना मुस्कुराहट का प्रकाश !

कितनी भी घटाएं छायें ,स्वच्छ रहता है आकाश !!

जैसे - जैसे प्यार भरी शीतल हवाएं आती रहेंगी ! 

शिकवे-गिले व धनी-निर्धन का भेद मिटाती रहेंगी !!

कमज़ोर होते रिश्तों को बचाओ बदल रहा ज़माना !

केवल निस्वार्थ प्रेम से इन्हें , मुरझाने से है बचाना !! 

******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*******

Wednesday, December 11, 2024

दो भजन गुरुजी की सेवा में*** नरेन्द्र चावला

        दो भजन गुरूजी पर

               ( 1 )

 जब कोई उलझन पड़ जाये,जब कोई बात बिगड़ जाये !

जब मन कुछ समझ नहीं पाये,तो आना गुरूजी के पास !

सतसंग में देना साथ -गुरूजी सुनेंगे शुकराना से अरदास !!

ओ संगत जी ----------ओ  संगत जी ------------  

जब मन में हो घबराना ,जब रोग लगें तड़पाना !

अच्छा नहीं लगे ज़माना,क्रोध, लोभ को ठुकराना !

सुमिरन का ले लेना सहारा,ॐ नमो शिवाय मंत्र है प्यारा !

ओ संगत जी---------- ओ संगत जी --------------

होगी ख़त्म दुखों की रात,मिलेगी खुशियों की सौगात ! 

 मानो -मानो बात--शुकराना करते रहो दिनरात !

ओ संगत जी ------------ ओ संगत जी -------------

ॐ नमो शिवाय ,शिवजी सदा सहाय -----------

ॐ नमो शिवाय ,गुरूजी सदा सहाय ----------------

                   ( 2 ) 

जागो गुरूजी हमें सदा देखते रहते हैं ------

हम फिर भी स्वार्थ,अहंकार जाल में उलझे रहते हैं !

तोड़ो झूठा ताना -बाना,आडम्बर का है ये ज़माना !

मोह माया की नदिया में , हम बहते रहते हैं !!

गुरूजी हमें  देखते रहते हैं --------------

जागों अबतो इस निद्रा से,गर चाहो सदा सुख पाना !

करते रहो सत्संग हमेशा और गुरूजी का शुकराना !!

गुरूजी कृपा बरसाते रहते हैं -गुरूजी हमें देखते रहते हैं !!

ॐ नमो शिवाय शिवजी सदा सहाय, गुरूजी सदा सहाय !!

*********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका********** 

 

   

Monday, December 9, 2024

पराधीन सपनेहुं सुख नाहिं*** नरेन्द्र चावला

    पराधीन सपनेहुँ सुख नाहिं 

पराधीन सपननेहुँ  नाहिं। स्वाधीन जीव  सुखमय जग माहिं।।

   स्वाधीनता व्यक्ति का पुरुस्कार।मगर इसमें सम्भव एक विकार।।

   असीमित स्वाधीनता में अहंकार। व्यक्ति हो जाता स्वार्थी,बेकार।।

   मानव को रहना चाहिए सदा सावधान।कभी नहीं करे अभिमान।। 

   वर्ना जाति - धर्म के लफड़े। धनी - निर्धनों में सम्भव हैं झगडे।। 

   नयी नस्ल को रखें संस्कृति से जोड़। वर्ना पतन का सम्भव मोड़।।

   भारतवर्ष इसका स्थूल उदाहरण। राजनीति में स्वार्थ है कारण।। 

    स्वाधीनता का हो रहा दुरूपयोग। लोकतंत्र में  लग रहे हैं  रोग।। 

**नरेन्द्र चावला-गुरुग्राम-भारत**


 

    


घर के बाहर*** नरेन्द्र चावला

              घर के बाहर (वरिष्ठजनों हेतु )

मेरा निवेदन है वरिष्ठजनो से तथा जो हो चुके हैं सेवानिवृत !

घर के भीतर कम और बाहर रहोगे अधिक,तो रहोगे तनावमुक्त !!

बिस्तर में हरदम बैठे रहना तथा टी वी देखना,कम कीजिये हुजूर ! 

वर्ना धीरे-धीरे कोई न कोई रोग,तुम्हें एक दिन फंसा लेगा जरूर !!

बाहर घूमते रहोगे तो खुली हवा में,हँसते-मुस्काते तथा गाते रहोगे ! 

प्राकृतिक प्रांगण में नए-नए लोगों से परिचय से मन बहलाते रहोगे !!

अरे भाई ताश खेलो, शतरंज खेलो ,अंताक्षरी करो ,गप्पें लड़ाओ !

कवितायेँ लिखो,चित्र बनाओ,इच्छानुसार वस्त्र पहनो,नाचो गाओ !! 

योग-प्राणायाम नित्य करना,अपनी सामर्थ्य अनुसार यात्रा पर जाना ! 

किसी का बुरा कभी मत सोचना,भोजन समय पर कम

ही खाना।।

घर में सबसे प्रेम व विनम्र स्वभाव से रहना ,जल्दी सोना,जल्दी जगना !

एक बात और है जरूरी शिशुओं संग बतियाना व प्रभु सुमिरन करना !

नरेन्द्र चावला कहे घर को सदा समझना आशियाना।।


 ************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*************

  

Saturday, November 30, 2024

आंसुओं की कहानी***नरेन्द्र चावला

         विरह (आंसू की कहानी )

इस संसार में किसी के आंसू होते है दिल की ज़ुबान !

कभी-कभी यही आंसू बन जाते हैं ,विरहन के विरह-प्रमाण !! 

कोई यहां पर आंसू न बहा कर अपने दुःख-दर्द छिपाता है !

मगर देखने वालों को उसका चेहरा सबकुछ बतलाता है !!

किसी-किसी के आंसू सूख जाते परन्तु फिर भी रुकते नहीं !

अक्सर गरीब के आंसुओं के आगे ,निर्मम दिल पिघलते नहीं !!

किसी=किसी के आंसू बह-बह कर बन जाते है एक सैलाब !

यही आंसू कभी खुशियां दर्शाते तो कभी बनते गमों के ख्वाब !!

अक्सर कुछ लोग अश्रु धार छिपा कर निरंतर मुस्कुराते हैं !

जबकि नकली स्वार्थी लोग सदा मगरमच्छ के आंसू बहाते हैं !!

********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*********

Sunday, November 17, 2024

सप्तऋषि मण्डल***नरेन्द्र चावला

               सप्तऋषि मंडल  

नरेन्द्र चावला कर रहा विश्लेषण,सप्तऋषि मण्डल का आज।

ताकि भौगोलिक स्थिति का रहस्य , समझे आधुनिक समाज।।

स्वच्छ आकाश में ही सप्तऋषि मण्डल , आप देख सकते हैं।

उत्तर में ध्रुवतारा व पृथ्वी का अक्ष पर परिभ्रमण समझ सकते हैं।।

ध्रुवतारे की सीधी रेखा में -- सात सितारों की दिशा दर्शाता है।

यही सात सितारों का अटल समूह,सप्तऋषि मंडल कहलाता है!।

ये हैं-मरीचि,वशिष्ठ,अरुंधती(अति सूक्ष्म), अंगिरथा,अत्रि,पुलत्स्य, पुलह, क्रत हैं साकार। 

ऋतुओं के अनुरूप दिशा बदलते हैं,परन्तु स्थिर प्रश्नचिन्ह आकार।।

ये चारों ऋतुऐं वसंत,शीत,शरद,ग्रीष्म में करती रहती हैं परिभ्रमण। 

इनकी आकृति बनाती है आरोग्यवानअर्थात स्वास्तिक का चिन्ह।। 

उत्तर दिशा में ध्रुव तारा तथा दक्षिण में अगस्त्य का स्थिर रहना। 

इन दोनों के मध्य में स्थित है,आकाशगंगा का शोभायमान रहना।।

मेरी पाठकों से करबद्ध प्रार्थना तथा त्रुटि के लिए क्षमा याचना।।                     नरेन्द्रचावला*भारत*अमेरिका भारत************                   

    

Friday, October 18, 2024

करवा चौथ पर पतियों की कामना (Karwa Chauth)

       करवा चौथ पर पतियों की कामना 
  करवा-चौथ का अनुपम त्यौहार। पति हेतु पत्नी का प्यार।।
   व्रत से करती न्योछावरतन-मन!हार्दिक स्नेहमय समर्पण।।
   सजधज पूजा थाली घुमाए। चमक - दमक में वह मुस्काये।।
  चन्द्र,पति मुख दर्शन करती।सुखी-दाम्पत्य की कामना करती।।

                         हमारा भी है कुछ अधिकार।पतियों कर लो ज़रा विचार।।     
                        परमेश्वर से हैअर्ज़ हमारी।चिरायु,सुखी रहे जोड़ी यह प्यारी।।
                        अपनों को यह तज कर आती। दूजे परिवार को है चमकती।।
                        मिले यदि इन्हें सब दिलों का प्यार। पनपेंगे संयुक्त- परिवार।।

    घर की धुरी है यह बन जाती। सामंजस्य से स्वर्ग बनाती।।
    कभी भी इन पर कष्ट न आएं।हरदम हम पर जान लुटाएं।।    
   पत्नी के दिल,आँखों में आदर-प्यार।इसके सम नहीं कोई श्रृंगार।।
  आजीवन सुपत्नी का हो साथ। कृपा-पूर्ण ईश्वर का सुरक्षा -हाथ।।      

====== नरेन्द्र चावला की करवाचौथ पर भेंट======== =================

Sunday, October 13, 2024

रावण के मुख से (दशहरा) (Rawan Ke Mukh Se)

रावण के मुख से ( दशहरा )

सदियाँ बीती मुझे जलाते , जन -जन को लीला दिखलाते !
राम -रावण युद्ध दिखाते , लकीर हर वर्ष पीटते जाते !!
किंतु कभी क्या मन में आया , क्या खोया और क्या है पाया !
अगणित रावण घूम रहे हैं , व्यभिचारी हो झूम रहे हैं !
मैंने सीता को आदर से रखा ,कभी बदन पर हाथ न रखा !
आज के रावण ने बहिन बेटी को ,भोग विलास का केन्द्र बनाया !
आतंक -वाद व् भ्रष्टाचार ने , क्यों है आज फन फैलाया !!
स्कूल -कालिज ,दफ्तर,सड़कों पर , गुंडा -गर्दी बढती जाती !
रामलीला या कृष्ण लीला हो, राजनीति से भरती जाती !!
नहीं मरेगा रावण तब तक , जब तक राम को न अपनाया !
तुंरत हो दण्डित भ्रष्टाचारी ,दोषी नेता या बलात्कारी !
क्या होगा पुतले जाने से , रावण -मन जब तक न जलाया !!

---------- नरेंद्र कुमार चावला - वर्जिनिया ,अमेरिका

Saturday, October 5, 2024

पतझड़*** नरेन्द्र चावला

                 पतझड़ भी है सुंदरता

जैसे-जैसे मैं देख रहा हूँ , प्रतिवर्ष की भांति पतझड़ !

मन-मस्तिष्क ने फिर पाई है ,काव्य रचना की पकड़ !!

कितना सुन्दर लगता लाल,पीले सूखे पत्तों का बिछौना !

सत्य है हम सभी जीव हैं ईश्वर के हाथों का  खिलौना !! 

न केवल पेड़-पौधों पर ही ये पतझड़ का मौसम आता है !

ये परिवर्तन तो विश्व के प्रत्येक प्राणी के जीवन में आता है !! 

कुछ लोग इस परिवर्तन को कहते हैं मानव की वृद्धावस्था !

स्थायी नहीं ये , इसके बाद आएगी बसन्त बहार की सुंदरता !!

देखना कितने सुन्दर,मनोरम कलियाँ,पत्ते व पुष्प आएंगे।हम सबका और अपना जीवन सौम्य व सफल बनाएंगे।।

नरेन्द्र चावला कहे,पतझड़ क्या हर मौसम होता है बहुत सुहावना ! 

सकारात्मक दृष्टि से देखने की होनी चाहिए,केवल हमारी भावना !!

*******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*******   

Wednesday, September 18, 2024

गृहणी????***नरेन्द्र चावला

               गृहणी  ?????(1)

आईये जाने गृहणी शब्द का क्या होता अभिप्राय या सार  ! 

ग्रहणी शब्द का अर्थ है जिस का ऋणी होता समस्त परिवार !!

यदि करें विश्व के विद्वान पुरुष गंभीरता से गृहणी शब्द पे विचार !

जन्म लेकर से मृत्यु पर्यन्त नारी के हम पर हैं -अगणित उपकार !!

जन्म ले कर के बन जाती वह मातपिता की बिटिया प्यारी-प्यारी !

परन्तु शिक्षित हो कर बनना पड़ता किसी दूसरे परिवार की प्रभारी !!                                                                 करना पड़ता अपने प्रिय मातापिता ,भाई-बहनों संबंधों का त्याग !

विवाह के उपरांत तो बिलकुल परिवर्तित हो जाते हैं उसके भाग !!

वहां मिलती हैं उसको कहीं पर स्वर्ग तो कहीं पर नर्क की झलक !                                                                   फिर माँ बनने पर उसमें  उत्पन्न होती -मातृत्व वातसल्य अपलक !! 

कभी बनी शापित अहिल्या पाषाण,कभी गांधारी आजीवन दृष्टि बलिदान ! 

कभी अपने साहस से रानी झाँसी लक्ष्मीबाई,तो कभी जीजाबाई महान !!

सहना पड़ा कभी द्यूतक्रीड़ा में अपमान,कभी बुर्के में बनी उपभोग का सामान !

परन्तु गर्व है भारत में रक्षाबंधन,भैयादूज व यज्ञ में मिलता अपूर्व सम्मान ! 

जागो,उठो नारियो विश्व में जगाओ,"नारी सर्वत्र पूज्यन्ते" अभियान !!!!!!

********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*********


Sunday, September 15, 2024

व्यंग्य*जवाब थे लाजवाब***नरेन्द्र चावला

       

   व्यंग्य-जवाब थे लाजवाब  

प्रश्न एक ही पूछा गया सब लोगों से मगर देखिये उत्तर !!

* प्रश्न - क्या आदमी को 40 के बाद G F बनानी चाहिए ? 

 U.P. , M. P . .बिहार,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र सबका उत्तर था -

"नहीं-नहीं",परन्तु पंजाबियों का कुछ अलग था जवाब !!!!

उत्तर था -"बस 40 ही बहुत काफी हैं ------ जनाब" !!!

*प्रश्न एक अध्यापक ने पढ़ाया - ताजमहल कहाँ पर है ????

उत्तर था- "गाज़ियाबाद में-"- ( बच्चो याद कर लेना ) !!

सब मांबाप शिकायत लेकर आये और प्रधनाध्यापक से बोले -

"ये तो बिलकुल गलत पढ़ाया जा रहा है "!! HM बोले ---

"हम जानते हैं कि आगरा में है परंतु जबतक बकाया फीस जमा  

नहीं करवाओगे ,ताजमहल गाजियाबाद में पाओगे" !!!!!!!!!!!

* प्रश्न-- इंस्पेक्टर निरीक्ष्ण में आये, एक छात्र से पूछा ----

 "शिवजी का धनुष किस ने तोडा था "?डरते-डरते उत्तर मिला-

" नहीं साहब मैंने नहीं तोडा, दूसरा छात्र -नहीं साहब,हमने तो 

छुआ तक भी नहीं"!!!  इंस्पेक्टर अध्यापक से -"आप बताओ "? 

"सर , हम में से किसी ने भी कोई धनुष नहीं तोडा "?

इंस्पेक्टर ने गुस्से में स्कूल के मुख्याध्यापक के पास जाकर यही 

* प्रश्न किया,"क्या स्कूल है,कोई भी नहीं जानता कि शिव-धनुष किसने 

तोडा "?? मुख्याध्यापक बड़ी विनम्रता से बोले-" साहब ,आप चाय नाश्ता 

लीजिये,जो भी नुक्सान हुआ है,हम सब पैसा इकठ्ठा करके नया खरीदवा देंगे "!!! 

 हा--- हा-- हा--********नरेन्द्र चावला _वर्जीनिया-अमेरिका*********** 


   


Monday, September 9, 2024

आत्मरक्षा*( शस्त्र+शास्त्र)***नरेन्द्र चावला

     आत्म-रक्षा-(शस्त्र+शास्त्र) 

भारत में शस्त्रों का ऐसे किया जाता था, आदिकाल में भी प्रयोग !

यज्ञ-मंडप में दैत्यों से सुरक्षा हेतु शस्त्रों का था संयोग !!

ऋषि विश्वामित्र की यज्ञ में दैत्यों से श्री राम द्वारा सुरक्षा !

दुष्ट शिशुपाल का नियमानुसार वध से श्री कृष्ण की शिक्षा !!

शिव भोलेनाथ ने भी किया,त्रिशूल का शांति हेतु प्रयोग ! 

इस प्रकार हमारे शास्त्र और शस्त्र हैं शन्ति-सुरक्षा का संयोग !!

वैसे भारतवर्ष कहलाता है विश्व में सत्य-अहिन्सा का पुजारी !

परन्तु सदा आत्मरक्षा हेतु भी रहती है, शस्त्रों की पूर्ण तैयारी !!

आत्मरक्षा हेतु शस्त्रों का प्रयोग भी रहता है सदा वांछनीय ! 

मानव जीवन में शस्त्र और शास्त्र दोनों ही हैं  सम्माननीय !!

**नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका**



Friday, August 16, 2024

नव चेतना**प्रगति पथ **नरेन्द्र चावला

     नव चेतना*प्रगति-पथ 

गर्व हो रहा है आज नव चेतना से हमने प्रगति-पथ अपनाया था।

सत्तर वर्षो तक अंग्रेजों की नकल को,   अब तक दोहराया था।।

गुलामी का कितना जबरदस्त था,हम सब के ऊपर असर। 

अपना ही माल विदेशों से आयात करते   रहे होकर बेखबर।।

अर्थ व्यवस्था,शिक्षा,भाषा,सेना,सब पर     थी अंग्रेजी छाप। 

बिके हुए थे नेता-अफसर और स्वार्थ में   थे चुपचाप।। 

 समकालीन देश सभी उभरते गए , हम     होते रहे कर्जदार।

फिर मुफ्तखोरी तथा आरक्षण के हम बनते गए शिकार।। 

धीरे-धीरे आई नवचेतना,जागृति तथा स्वाभिमान से जागा हिन्दोस्तान। 

 सोई हुई जनता को अब होने लगी ,नेताओं की पहचान।। 

महिलाओं में भी हुआ जागरण तथा  शिक्षा में हुआ सुधार। 

निजी व्यवसाय में जुटने लगी यही अब भारतीय सरकार।।

स्वदेश में निर्मित दवाओं से,नियन्त्रित हो रहे हैं रोग। 

भारत के दूध,मसाले कपडे निर्यात आदि से,संतुष्ट हैं सब लोग।।

खुलती जा रही धीरे-धीरे अब,भ्रष्टाचारियों की भी पोल। 

दबे हुए ऐतिहासिक रहस्य के पन्ने दिए जा रहे अब खोल।।                              ब तो गर्व है नवचेतना से भारत में हो     रहे अदभुत सुधार।                     विदेशों में प्रशंसित हो रहा, हमारा   स्वावलंबन का प्रगति पथ विस्तार।।  

**नरेन्द्र चावला*वर्जीनिया*अमेरिका**

                   

Thursday, August 8, 2024

तीज एक पावन पर्व***नरेन्द्र चावला

      सावन का पावन पर्व तीज

भारत के प्राय: सभी त्यौहार हैं पावन पर्व !

नारियों को प्रत्येक का श्रेय जाता,हमें है गर्व !! 

तीज त्यौहार होता श्रावण मास की खुशहाली !

इस दिन झूला झूलती सखियाँ हो मतवाली !!

रंग बिरंगी साड़ियों ,लहंगों से गूंजता वातावरण !

बिंदिया,चूड़ियों,पायल संग गीतों का आकर्षण !!

मायके तथा ससुराल की करती हैं शुभकामना ! 

घेवर,फेनियों आदि मिठाईयों की मन में भावना !!

होली,करवाचौथ,डांडिया,गिद्दा पे नारी को नमन !

भारतीय त्योहारों पर खशियां फैलें धरती से गगन !!

नहीं कहीं कोई भी होता,जाति,धर्म,रंग का भेदभाव !

नरेन्द्र चावला कहे मिलके पर्व मनाने से बढ़ता प्रेमभाव !!

********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका**********    

 

Sunday, July 28, 2024

खुद को पहचानो*** नरेन्द्र चावला

                     

      खुद को पहचानो        आत्मनिरीक्षण करो, अरे ओ समझदार इंसानों ! 

इधर-उधर देखना बंद करो ,पहले खुद को पहचानो !!

हर गलती का तुम्हें मिल जायेगा अवश्य ही कारण ! 

जब जागोगे तो होता जायेगा हर समस्या का निवारण !!

हर साल गर्मियों में झुलसते हो,पानी की हो जाती कमी !

पेड़ काटते,बिल्डिंगें बढ़ाते,वर्षा खत्म,आक्सीजन की कमी !! 

नदियों में लगातार कूड़ा खुद डालते  हो,नहीं होती कभी साफ़ !

केवल भाषणों से नहीं होंगी साफ,खुद से करो इन्साफ !!

पक्ष-विपक्ष दोनों मिलकर काम करेंगे तो जाग्रति आएगी !

स्वयं सुधार हो,जनसंख्या सीमित हो,सुख की घड़ी तभी आएगी !!

**नरेन्द्र चावला-अमेरिका**

 



Thursday, July 25, 2024

ममता का आधार*** नरेन्द्र चावला

ममता का आधार वात्सल्य 

        अगर समझो तो है माँ की ममता का अमिट आधार।

           इस ममता के प्यार की पृष्ठभूमि है पिता का प्यार।। 

           सम्पूर्ण विश्व में सब लोग मानते , ,माँ को ईश्वर के समान। 

        तनिक विचारें माँ का अस्तित्व है,यदि पिता का हो सम्मान।। 

         पिता होता है पूज्यनीय तथा परिवार की सुरक्षा व छत्रछाया।

        उनसे पूछकर देखो जिनके सर से जल्द उठ गया पिता का साया !! 

        माँ की अपूर्व ममता से मिलते हैं,हमें अमूल्य वात्सलयमय संस्कार। 

        पिता से हम पाते हैं जीवनोपयोगी शिक्षा,शिष्टाचार तथा सद्व्यवहार।।

        पूज्यनीय माता की गोदी है , बच्चों के जीवन का सुख का द्वार। 

       पूज्य पिता की डांटडपट तथा आदर्शों से भविष्य में आता है निखार।। 

        दादा दादी , नाना नानी तथा बड़ों से मिलता है अद्भुत वात्सल्य। 

         जिस को भी यह उपहार मिला है ,उसका जीवन बना अतुल्य।। 

 ***नरेंद्र चावला*भारत व अमेरिका***   

 

                 

Monday, July 15, 2024

SomeAmazing&AmusingFacts*N.K.Chawla

SOME AMAZING & AMUSING  FACTS

I, N.K.Chawla sought some Amazing & Amusing facts ,

Please read and admire my few Funny Tact-s. 

Same letters & words but Different Meanings -------

TRUNK --- (1) A box to keep clothes etc. items.

                    (2)  The solid part of every Tree.

                     (3) Every Car has  on its back space .

BANK----- (1) An authorized place to keep Money account.

                   (2) The Side of the River or Lake .

                    (3) Means to have TRUST .  

BAR--------(1) Meeting Place of Barristers / Lawyers .

                   (2) A place for Drinking Liquors . 

                    (3) A flat type piece like Chocolate Bar etc.

              ****************$$$$$$***************

3 C--- Caste ----Creed---Colour(Distinction Creates War).  

3 R---Reading--Writing--Arithmetic(PerfectEducation). 

3 D---- Drink ----Dine ----- Dance( Proper Enjoyment).

3 H-----Head------Heart-------Hands

        ( Assimilation of 3 H means Sure Success).

3 L--- Luxury--Love----Lust ( Excess is Harmful).

3 N--- Necessities -- Comforts--Luxuries 

            ( Use these all in LIMIT )

3 W---- Wife-Work-Weather (Unstable in U.S.A.)

3 W----- Wine-Wealth-- Woman (Necessary in life).

3 Z----- Jar जर----- Joru जोरू----Jameen जमीन

           (Bone of Contention).

3 C--Construction of Home - Court Case-Cronic Disease. मकान निर्माण* मुकद्दमा*महामारी 

            (Often all are unending acts).

3 F---- Fun---Food--- Frolics (Used in Outing affairs.)

3 P---Power-(शौर्य)-Peace-(शांति)-Prosperity-(समृद्धि)

3 P-(Persons)--Parents--Teacher--Guru (Respect & Love all). 

3 T***करुणा **त्याग**मर्यादा

3 God---Generator----- Operator----- Destroyer 

3 त्रिदेव--ब्रह्मा(जन्मदाता)-विष्णु (पालक )-महेश (संहारक)  

3 अमूल्य साधन----पैसा----समय----मुख से निकले शब्द

               ( कभी वापिस नहीं आते )

Monday, July 8, 2024

तन्हाई*** नरेन्द्र चावला

            तन्हाई               ब-जब मैंने पसंद की, ज़िंदगी में तन्हाई !

तभी यादों की जम करके बरसात आयी !!

  घेर लिया जकड़ लिया मुझ को ख्वाबों ने ऐसे !

बीहड़ जंगल में कोई अकेला शावक फंसा हो जैसे।।

अचानक अंधकार में लगी बिजली की चमक तड़तडाई।

न जाने तब फिर क्यों ये आंख भर आई।।

बन्द किए दरवाज़े,खिड़कियां,फिर भी हुआ नहीं कोई असर।

   तन्हाई का पता नहीं ,क्या हुआ होगा हशर !!

 बंद की आँखें तो सामने आ गई उसकी तस्वीर !

  हार गई तन्हाई, हाय  मेरी तदबीर !!

 मुझे भीड़ में भी लगता है अकेलापन, अक्सर !

उड़ता रहता है मेरा मन बिन पंखों  के , रात भर !!

तन्हाई में नहीं भाती कोई बजती शहनाई भी।

  नहीं ख़त्म होती तन्हाई ,कितनी लेता         रहूँ अंगड़ाई भी !! 

 कभी-कभी सोचता हूँ ,कैसे पाऊँ तन्हाई से निजात !

 शायद यह भी कोई दण्ड अथवा जीने की

है एक सौगात !!

यारो, मुझ पर खुदा की हुई है रहमत और मैंने कर ली है तैयारी।

मन के जगाओ विचार लिखो कविताएं,

और तूलिका पकड़ो करो चित्रकारी।।

नरेन्द्र चावला कहे,एक ही रास्ता है तन्हाई से मुक्त होने का,रहो मगन !

 मुस्कुराओ,गाओ यारों के संग और करते रहो प्रभु का सुमिरन !!                  **नरेन्द्र चावला*वर्जीनिया*अमेरिका**                                                                                                                                

               

 

Monday, June 24, 2024

कैसा है जापान देश***नरेन्द्र चावला

           कैसा है जापान देश 

  सम्पूर्ण विश्व में कहलाता है जापान देश महान। 

Computer,तकनीकी,कार,मोबाईल सफल निर्माता--

प्रत्येक क्षेत्र में अग्रसर , फिर भी क्यों रहता परेशान !!

1945 में किया था अमरीका ने इस पर निष्ठुर आघात। 

हीरोशिमा,नागासाकी पर एटम बम से घृणित विनाश।।

फिर भी इतनी कम अवधि में ,चमक रहा है यह देश। 

नहीं  छोड़ी भारतीय मित्रता,अपनी भाषा,सभ्यता व वेश।।

अनुकरणीय आदर्श विधि से किया ऐसा बाढ़ नियन्त्रण। 

सुरंगें बना कर वर्षा जल को संभाला,अद्भुत प्रयोजन।।

शांति - अहिंसा के दूत महात्मा बुद्ध का है अनुयायी। 

पारम्परिक भोजन व रीतिरिवाज़,अपनी रीत निभायी।।

केवल एक है विकट समस्या,वृद्ध रहते अकेलेपन से परेशान। 

100 से ऊपरआयु सम्पन्नता,रोबोट हैं,पर नहीं कोई साथी इंसान!

कुछ तनावग्रस्त वृद्ध कर रहे,आत्महत्या से अकेलेपन का समाधान। 

नरेन्द्र चावला कहे,चाहिए ऐसे वृद्धों को भी,एक सहयोगी इंसान।। 

***नरेन्द्र चावला भारत**अमेरिका***          

Thursday, June 13, 2024

चेतावनी*स्वदेश प्रेमियों को**नरेन्द्र चावला

 चेतावनी* स्वदेश*प्रेमियों को 

 भारत के स्वदेश प्रेमियों हो जाओ सावधान !

अंतिम अवसर है चेतो ,बचा लो हिन्दोस्तान !!

आप की एकता में धीरे-धीरे पड़ रही है दरार !

खतरा मंडरा रहा है गुपचुप ,आप के भी द्वार !! 

जब तक लालच में आकर बिकना नहीं त्यागोगे !

तब कहीं के न रहोगे और फिर घर छोड़ भागोगे !!

अभी तक चिपके हुए हो पारस्परिक लफड़ों में !

शीघ्रातिशीघ्र एक हो जाओ,कुछ नहीं रखा झगड़ों में !! 

बंद कर दीजिये लालच की नीतियों को देना निमंत्रण !

सर्वाधिक आवश्यक है देश में जनसंख्या का नियंत्रण !!

नयी पीढ़ी को अपने संस्कारों की दीजिये शिक्षा !

वर्ना एक दिन आप सबको मांगनी पड़ेगी भिक्षा !!

******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*********

Tuesday, May 21, 2024

सामंजस्य***नरेन्द्र चावला

                                     सामंजस्य 

  ज्यों ही मुझे सुमित्रा नंदन पंत जी से प्रेरणा मिली। 

  तुरंत मेरी लेखनी सामंजस्य विषय पर चल निकली ।।

    सामंजस्य समाज  में रहना चाहिए सदा व्याप्त। 

   वर्ना कैसे रहेंगे पक्ष-विपक्ष,विष-अमृत,दिनरात।।

   संभव है असत्य-सत्य का सामंजस्य से ही परीक्षण। 

   सामाजिक शत्रुता-मित्रता का भी संभव रहस्योद्घाटन।। 

  भोजन में मीठे-नमकीन में सामजस्य भी है ज़रूरी। 

  यह घृणा-ईर्षा तथा प्रेम-वैमनस्य में रखता है दूरी।।

   जब तक जग में रहेगा--स्वार्थ , ईर्षा और अहंकार। 

  केवल सामंजस्य से ही पनप सकेगा पारस्परिक प्यार।।

  नरेन्द्र चावला कहे - सामंजस्य हेतु हैं अत्यंत ज़रूरी।

 सच्चे दिल से होना चाहिए, शुकराना 

 तथा श्रद्धा-सबूरी।। 

  ****नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया (अमेरिका )********  

      

Friday, May 10, 2024

ये तीन स्थान कराते असली मंजिल का ज्ञान***नरेन्द्र चावला

       ये तीन स्थान कराते हैं मंजिल का ज्ञान

कौन सी है हमारी मंजिल, भूलता जा रहा है इंसान ।

किसी भी तरह से बनना चाहता है केवल धनवान।।

वक्त समझाता है क्या होता,असली मंजिल का ज्ञान।

हमारी आंखें खुलती हैं पहुंचकर , ये तीन स्थान।।

महत्वपूर्ण हैं ये तीन स्थान,जहां पर याद आते भगवान !

आईये जाने कौन-कौन से हैं वे ऐसे अद्भुत तीन स्थान ??

ये हैं अस्पताल,जेल,शमशान,ऐ इंसान ज़रा पहचान !!

स्वास्थ्य ही है असली मंजिल,अस्पताल में समझता इंसान!

जेल में जाकर समझ आता है क्या होती आज़ादी की शान !!

शमशान में जाकर याद आता है, प्रभु का  सिमरन है महान !

यहीं पहुंच कर जीवन-मृत्यु का हमें होता है असली ज्ञान !!

स्वार्थ/अहंकार के पंख लगाकर हम भरते रहते ऊंची उड़ान !

Eat,Drink & Be Merry पर करते रहते अभिमान !!

अब तो जागो नेककर्म करो इसी में बसते हैं खुदा/भगवान !

नरेन्द्र चावला कहे अब तो करलो अपनी मंजिल की पहचान!!

*******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका********


अक्षय तृतीया का इतिहास***नरेन्द्र चावला

                       अक्षय तृतीया 

 अक्षय तृतीया पर नरेन्द्र चावला की हार्दिक शुभकमनाएं। 

  आईयेआज हम सब इस पर्व के इतिहास को जान पाएं।। 

  हमारा जीवन बल,बुद्धि तथा विद्या में हो अक्षय पूर्ण अनंत। 

 सुख-समृद्धि,निरोगी,सम्मान,शक्ति,सुयश मिले जीवन पर्यन्त।। 

  अक्षय तृतीया पावन पर्व की क्या-क्या हैं महत्वपूर्ण जानकारी। 

   इसका इतिहास जानकर के जिज्ञासा परिपूर्ण होगी हमारी।। 

   यही है पावन दिवस जब हुआ था धरती पर गंगावतरण।

   ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का भी आज हुआ था अवतरण।।

  महर्षि परशुराम जयंती व माँ अन्नपूर्णा का जन्म है आज के दिन। 

    महाभारत के युद्ध का समापन भी हुआ था आज ही के दिन।।

   आज के ही दिन देवता कुबेर जी ने अपार खजाना पाया था। 

    इसी दिन भगवान कृष्ण ने द्रोपदी को चीरहरण से बचाया था। 

    कृष्ण - सुदामा का भी हुआ था आज ही के दिन पुण्य मिलन।

     सतयुग तथा कलयुग का प्रारम्भ भी हुआ था आज के दिन।।

    तीर्थधाम बद्रीनाथ जी के कपाट भी आज के दिन खुलते हैं। 

    वृन्दावन में बांकेबिहारी जी के विग्रह चरण आज ही दिखते हैं।। 

            भारतवर्ष के सभी पर्व हैं ऐतिहासिक तथा महान। 

             हम सब को गर्व है कि हम हैं इस देश की संतान।। 

  ************ नरेन्द्र चावला - गुरुग्राम *भारत**वर्जीनिया*अमेरिका **************          

    

Saturday, April 27, 2024

पत्नि* बीवी*बेगम* ( गम्भीर व्यंग्य)***नरेन्द्र चावला

              पत्नी-बीवी-बेगम (गंभीर व्यंग्य)

तीनो शब्दों का अर्थ एक ही है,कहो पत्नी,बीवी या बेगम ! 

पत्नी सदा पति पे तनी ,पति के हिस्से बेगम के सारे गम !! 

         हर वक़्त सहने के लिए रहना तैयार !

         चाहे हो तकरार अथवा हो प्यार !! 

   चौबीस घंटे लटकती रहती है दोधारी तलवार !

जैसा मिल जाये खट्टा-मीठा,करना खुशी से स्वीकार !!

       जो भी मिल जाये सब्ज़ी या दाल भात ! 

  मुस्काते रहना,कभी मत करना फालतू बात !! 

   हर हालात में जरूरी है करते रहना तारीफ़ ! 

 वरना सहनी पड़ेगी फिर वही पुरानी तकलीफ !!

पत्नी या बीवी शहर की हो अथवा चाहे गाँव की !

पतियों को सेवा करनी ही पड़ेगी उसके पाँव की !!

हाँ एक बात और उसके रिश्तेदारों की सदा तारीफ़ करना !

अपने रिश्तेदारों,किसी की पत्नी की तारीफ़ कभी मत करना !!

नरेन्द्र चावला कहे सुगढ़ पत्नी नहीं चाहती महंगे उपहार !

उसको चाहिये ससुराल में अपने घर जैसा अपनत्व व प्यार !!

याद रहे पत्नी होगी यदि सुशील व समझदार !

    तो निस्संदेह स्वर्ग जैसा चमकेगा आपका परिवार !!

 आदर्श दम्पति ही घर को बना सकते है सुख का आधार !!!!!

 यदि त्याग देंवे किसी के बहकावे में आना और अहंकार !!

************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका**************


शिकारी का जाल ***नरेन्द्र चावला

                     शिकारी का जाल 

भोले-भाले जीवधारियों,वक़्त आगया है करो अपनी संभाल !

मुफ्त दाना पानी देता रहा जो तुमको ,समझो उसकी चाल !!

गाय ,भैंसो ,भेड़-बकरियों , छोटे बड़े परिंदे तथा मछलियों !

जागो ,जल्दी हो जाओ सावधान,अब लेगा ये तुम्हारी जान !! 

तुम सब को पंगु बना कर ,एक दिन कर देगा तुम्हें हलाल !

इस शिकारी की समझ जाओ ,ये है बहुत बड़ी त्रिभंगी चाल !

सभी मिलकर कुतर डालो , इस धोखेबाज का फैलाया जाल !!

अब समय आ गया है,भर लो समझदारी की ऊंची भरपूर उड़ान !

दोबारा फिर कभी न फ़साना,ऐसे स्वार्थी के हाथों में अपनी जान !!

सावधान ********** **सावधान ***********सावधान !!!!!  

Sunday, April 21, 2024

गृहणी***नरेन्द्र चावला

                    गृहणी (2)

प्रत्येक परिवार में सुख का आधार होती है गृहणी !

यदि विचारें गंभीरता से तो हम सभी हैं उसके ऋणी !!

प्रसिद्द कहावत भी है -"बिन घरनी घर भूत का डेरा" !

सुगृहणी से ही परिवार में होता है ,परमेश्वर का बसेरा !!

जिसघर में नारी रहेगी बन सुगृहणी,होगी वहां सुखशांति!

यदि मिलेगी उसे कुसंगति सहयोगी,वहां होगी दुःख-क्रांति !!

सावित्री,अहिल्या,कौशल्या,सुमित्रा,जीजाबाई आदर्श नारी !

उदाहरण हैं उर्मिला,मांडवी,श्रुतकीर्ति,कुंती,मंदोदरी,गांधारी !!

इतिहास साक्षी है सुगृहणी बनी तो हुआ,घर व समाज सुधार!

कुगृहणी बनी जब-जब तो हुआ परिवारों व देशों का संहार!

सरस्वती,लक्ष्मी,पार्वती व नौ देवी रूपों में नारी पूजी जाती है !

लेकिन प्रगति के बावजूद भी नारी विश्व में द्वितीय स्थान पाती है !!

लज्जाजनक है कि आज भी सभ्य-उन्नत विश्व है पुरुष प्रधान !

नरेन्द्र चावला कहे ममता मयी,प्रेमाधार नारी का करो उत्थान !!

************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका************    

 

  

 

Wednesday, April 10, 2024

मानवता जगाओ***नरेन्द्र चावला

मानवता जगाओ-होश में आओ

ओ बुद्धिमान इंसानों,होश में आओ , मानवता जगाओ !

ईद,दिवाली,होली,गुरुपर्व सभी त्यौहार हर साल मिलकर मनाओ !! 

गीता,क़ुरान,रामायण,बाईबल एक ही हैं, समझो,समझाओ!

मज़हबों की दीवारें गिराओ और स्वार्थी राजनैतिक पर्दे हटाओ !!

तीन तलाक़ रोको,बेटियों को पढ़ाओ,डाक्टर तथा इंजीनियर बनाओ !

वक़्त कहता है ,औरतों को असंख्य बच्चों की मां मत बनाओ !! 

श्यामा और शबनम को तथा रवि और आफ़ताब को एक ही रहने दो !

रावी,चिनाव,सतलुज,व्यास,झेलम नदियों को आज़ादी से बहने दो !!

लता मंगेशकर और मुहम्मद रफ़ी के सुरों को बाँटना अब बंद करो ! 

खुद को संवारों,दूसरों की आलोचना व गलतियां छांटना बंद करो !!

सूर्य को दिनकर कहो या आफ़ताब,चाँद को मयंक कहो या महताब !

पानी और खून का रंग एक जैसा ही रहेगा,अब तो समझो जनाब !!

याद करो मुहम्मद  इक़बाल का पुराना मगर गीत हरमन प्यारा !

 "मज़हब नहीं सिखाता आपस में वैर रखना ---------------- 

   हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा "!! 

**************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका**************   

 

   

Peace of Mind is Perfection

             Peace of Mind is Perfection 

I have  observed that The Peace of Mind is only Perfection. 

Rest everything in the world is only an outer Attraction .

We all know that we have The Determined FATE .

We are aware of our Birth Date but unaware of Expiry Date .

and Even then in our life we play Fowl Game.

We often become Overjoyed and Happy to get False Fame .

And we feel Proud of our False Ego and don,t Shame .

Be away from such Mirage and help Downtrodden and Needy

Leave the habit of Extravagancy ,Don,t become Greedy & Greedy .

 Such deeds will provide you An Special Internal Satisfaction .

This is Guarantee to get Peace of Mind with Perfection .

**********N.K.CHAWLA-VIRGINIA_AMERICA**************

Monday, April 8, 2024

विक्रमी संवत 2081 की शुभकामनाएं

     शुभ संदेश विक्रमी-सम्वत 2082 पर 

आइये भारतीय संस्कृति को,नववर्ष पर पुनर्जीवित करें। 

विक्रमी सम्वत 2082 पर,कुछ शुभ विचार जागृत करें।।

सामाजिक अथवा पारिवारिक उत्सव का हो श्रीगणेश। 

जन्मोत्स्व आदि पर बच्चों के जीवन में जगाएं संदेश।।

गऊशाळा में चारा ,अनाथालय में वस्त्र-भोजन कराएं दान।

उपहार लेने की अपेक्षा,बच्चों के हाथों से हो समाज कल्याण।।

अपने घर-परिवार में समय-समय पर हवन आदि करवाएं। 

बच्चों में परोपकार तथा स्वावलंबन की भावना जगाएं।।

पश्चिमी सभ्यता के साथ-साथ,भारतीय संस्कार न भुलाएं। 

योग-आयुर्वेद की पद्धति द्वारा विकर्मी सम्वत नववर्ष मनाएं।।

******नरेन्द्र चावला***भारत***अमेरिका*****             

Wednesday, April 3, 2024

जीभ के व्यायाम***नरेन्द्र चावला

            जीभ के व्यायाम 

यदि आप चाहते हैं विस्मृति( Alzheimer) से रहें दूर !

तो जीभ के व्यायाम शीघ्र आरम्भ कर दीजिये हुज़ूर !!

संकेत हैं भूलने का रोग,बेचैनी,कानों का भिनभिनाना !

शरीर का मोटापा,मस्तिष्क में खून के थक्के जम जाना !!

High BP, सर्वाईकल,स्पोंडलाईट्स व नींद पूरी न आना !

चेहरा धोते समय जीभ को 10 बार इधर-उधर घुमाना !!

पाचन,जुकाम,फ़्लू आदि रोगों से पा जाओगे  छुटकारा !

 वृद्धावस्था में सुख शांति से जीने का है ये सुंदर सहारा !!

********नरेन्द्र चावला -वर्जीनिया-अमेरिका********

 



Tuesday, April 2, 2024

बचा लो बदलते रिश्ते***नरेन्द्र चावला

      बचा लो बदलते रिश्ते 

अब भी समय है बचा लीजिए अपने रिश्ते !

वर्ना पछताओगे जब उड़ जायेंगे ये फ़रिश्ते !!

कुछ रिश्ते हैं अभी तक जिन्दा,क्योंकि वो चुप हैं !

प्यार में बढ़ती जा रही है दरार,फिर भी चुप हैं !! 

वैसे अपनी-अपनी जगह पर सभी फ़रिश्ते हैं !

जबकि भीतर ही भीतर कुछ ज़ख्म रिसते हैं !!

 अच्छा तो यही है हमेशा जारी रखो मुस्कुराना !

मिलने पर या फोन पर पुराने किस्से न दोहराना !!

समझो,कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता !

सब जानते हैं कीचड में ही कमल पुष्प है खिलता !!

केवल नियम बना लो-जियो और सबको जीने दो !

कोई भी नहीं जानता - कल का सवेरा हो न हो !! 

******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*******

Sunday, February 11, 2024

हार्दिक सैनिक स्मरण/नमन***नरेन्द्र चावला

     हार्दिक सैनिक-स्मरण-नमन

कोई भी उत्सव हो अथवा ऋतु शीत,ग्रीष्म या बरसात !

हार्दिक स्मरण , नमन सैनिकों का करते रहें दिनरात !! 

हम तो ख़ुशी से मनाते रहते,दिवाली, होली,ईद त्यौहार !

मत भूलो सैनिकों को सीमा पे डटे रहते जो पहरेदार !!

प्रति क्षण याद रखनी चाहियें हम को उनकी सेवाएं !

सरकार देती रहे उनके परिवारों को अतिरिक्त सुविधाएँ !!

नेताओं से अधिक देना चाहिये,देश के रक्षकों को सम्मान !

इतिहास में सदा अमर हैं हमारे रक्षक जवान।।

हमारे जीवन हेतु न्यौछावर तक कर देते   हैं अपने प्राण।

नरेन्द्र चावला कहे हमारा सुख हैं,"जय जवान-जय किसान"!!

*********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका************

Saturday, February 10, 2024

मेरी नई सोच***नरेन्द्र चावला

            मेरी नयी सोच - सहनशीलता 

  मेरी नयी सोच है - धैर्य अर्थात सहनशीलता !

  मैंने यह विषय चुनने में बरती बहुत गंभीरता !

  सहनशीलता,सब्र अथवा धैर्य का गुण है महान !

 अपने व्यक्तित्व में देदो इस गुण को विशेष स्थान !

  विश्व में जिसने भी इस गुण को नहीं अपनाया !

  वे व्यक्ति या देश अपने किये पर बहुत पछताया !!

 भूमि,वृक्ष,कागज़,कलम से,हम शिक्षा ले सकते हैं !

इस सोच से हम प्रत्येक क्षेत्र में सफल हो सकते हैं !!

भूमि रखती युद्ध,शांति,प्राकृतिक प्रकोप में सहनशीलता ! 

वृक्षों में पतझड़,बहार,आँधीतूफांन में भी रहती सहनशीलता !!

कागज़ और कलम में भी छिपी है अद्भुत सहनशीलता !

वैसे इस सहनशीलता के विरुद्ध यदि कोई ललकारेगा !

तो विश्वास कीजिये वह अपना अस्तित्व जड़ से उखाड़ेगा !!

इसे अपनाने से हमारे परिवारों व विश्व में होंगे चमत्कार !

युद्ध ,तलाक नहीं होंगे,पनपेगा संयुक्त परिवार तथा प्यार !! 

पसंद आये तो अपना कर देखें नरेन्द्र चावला का ये विचार !!!

यही है वरिष्ठ नागरिक के रूप में एक सोच मेरी।

अपनाओ सहनशीलता, ये अहंकारी शरीर हो जायेगा

इक दिन राख की ढेरी।।

********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया -अमेरिका********




Sunday, January 28, 2024

Happy New year

           HAPPY NEW YEAR

                   ( Tune-  ऐ फूलों की रानी ,बहारों की मलिका ------- ) 

नरेन्द्र चावला अमेरिका से देता ,नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !

प्रभु से है विनती,सभी के घरों में खुशियों ही खुशियां सदा महकाएं !!

कहीं पे न युद्ध हो,अमन की हो बरखा !प्रेम से रहें सब,कोई न हो भूखा !!

सतकर्म करें सब ,सबका है इक रब !ये बात मानव भूलने न पाएं !!--------

जाति -धर्म के बंधन को तोड़ें ,सदभावना की ओर मुख को मोड़ें !

सुमिरन के पथ को कदापि न छोड़ें !सुख शांति की मांगे दुआएं !!-------

*****ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ*****




                                                  

Friday, January 19, 2024

क्या है वास्तविक प्यार***नरेन्द्र चावला

     

       प्रेम का आधार 

करवा चौथ पर मिल जाये हीरों का सुन्दर हार !

रक्षाबन्धन तथा भैयादूज पर मिलें ,महंगे उपहार ! 

जन्मोत्सव Anniversary पे भी ऐसी ही अपेक्षाएं !

Valentine Day पर भी होती ऐसी ही आशाएं !!

सोचो तो ऐसे उपहार तो हैं केवल दिखावे का प्यार !

माँ की ममता ,पिता की सुरक्षा,भाई बहन का प्यार !

श्री राम का मां बाप,भाईयों का, जैसा हो आदर्श प्यार ! 

कान्हां का ग्वाल गोपियों से तथा कृष्ण सुदामा का मित्रता का प्यार !

सच्ची मित्रता,सच्चा स्वदेश प्रेम,विरहन का सच्चा प्यार !

निस्वार्थ तथा निरपेक्ष प्यार है केवल प्रेम का वास्तविक आधार !!

**नरेन्द्र चावला*वर्जीनिया*अमेरिका**