चेतावनी* स्वदेश*प्रेमियों को
भारत के स्वदेश प्रेमियों हो जाओ सावधान !
अंतिम अवसर है चेतो ,बचा लो हिन्दोस्तान !!
आप की एकता में धीरे-धीरे पड़ रही है दरार !
खतरा मंडरा रहा है गुपचुप ,आप के भी द्वार !!
जब तक लालच में आकर बिकना नहीं त्यागोगे !
तब कहीं के न रहोगे और फिर घर छोड़ भागोगे !!
अभी तक चिपके हुए हो पारस्परिक लफड़ों में !
शीघ्रातिशीघ्र एक हो जाओ,कुछ नहीं रखा झगड़ों में !!
बंद कर दीजिये लालच की नीतियों को देना निमंत्रण !
सर्वाधिक आवश्यक है देश में जनसंख्या का नियंत्रण !!
नयी पीढ़ी को अपने संस्कारों की दीजिये शिक्षा !
वर्ना एक दिन आप सबको मांगनी पड़ेगी भिक्षा !!
******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*********
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