सम्बंध/रिश्ते बचाओ हार्दिक प्रेम से
यदि आप चाहते हो सम्बन्ध/रिश्ते रहें बरकरार !
तो याद रखना नरेन्द्र चावला की बातें दो चार !!
इन रिश्तों के पौधों में डालते रहना,अपना प्यार !
दूसरा पुरानी बातों पर कभी मत करना तकरार !!
इन रिश्तों को देते रहना मुस्कुराहट का प्रकाश !
कितनी भी घटाएं छायें ,स्वच्छ रहता है आकाश !!
जैसे - जैसे प्यार भरी शीतल हवाएं आती रहेंगी !
शिकवे-गिले व धनी-निर्धन का भेद मिटाती रहेंगी !!
कमज़ोर होते रिश्तों को बचाओ बदल रहा ज़माना !
केवल निस्वार्थ प्रेम से इन्हें , मुरझाने से है बचाना !!
******नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*******
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