Search This Blog

Monday, December 9, 2024

घर के बाहर*** नरेन्द्र चावला

              घर के बाहर (वरिष्ठजनों हेतु )

मेरा निवेदन है वरिष्ठजनो से तथा जो हो चुके हैं सेवानिवृत !

घर के भीतर कम और बाहर रहोगे अधिक,तो रहोगे तनावमुक्त !!

बिस्तर में हरदम बैठे रहना तथा टी वी देखना,कम कीजिये हुजूर ! 

वर्ना धीरे-धीरे कोई न कोई रोग,तुम्हें एक दिन फंसा लेगा जरूर !!

बाहर घूमते रहोगे तो खुली हवा में,हँसते-मुस्काते तथा गाते रहोगे ! 

प्राकृतिक प्रांगण में नए-नए लोगों से परिचय से मन बहलाते रहोगे !!

अरे भाई ताश खेलो, शतरंज खेलो ,अंताक्षरी करो ,गप्पें लड़ाओ !

कवितायेँ लिखो,चित्र बनाओ,इच्छानुसार वस्त्र पहनो,नाचो गाओ !! 

योग-प्राणायाम नित्य करना,अपनी सामर्थ्य अनुसार यात्रा पर जाना ! 

किसी का बुरा कभी मत सोचना,भोजन समय पर कम

ही खाना।।

घर में सबसे प्रेम व विनम्र स्वभाव से रहना ,जल्दी सोना,जल्दी जगना !

एक बात और है जरूरी शिशुओं संग बतियाना व प्रभु सुमिरन करना !

नरेन्द्र चावला कहे घर को सदा समझना आशियाना।।


 ************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका*************

  

No comments: