शिकारी का जाल
भोले-भाले जीवधारियों,वक़्त आगया है करो अपनी संभाल !
मुफ्त दाना पानी देता रहा जो तुमको ,समझो उसकी चाल !!
गाय ,भैंसो ,भेड़-बकरियों , छोटे बड़े परिंदे तथा मछलियों !
जागो ,जल्दी हो जाओ सावधान,अब लेगा ये तुम्हारी जान !!
तुम सब को पंगु बना कर ,एक दिन कर देगा तुम्हें हलाल !
इस शिकारी की समझ जाओ ,ये है बहुत बड़ी त्रिभंगी चाल !
सभी मिलकर कुतर डालो , इस धोखेबाज का फैलाया जाल !!
अब समय आ गया है,भर लो समझदारी की ऊंची भरपूर उड़ान !
दोबारा फिर कभी न फ़साना,ऐसे स्वार्थी के हाथों में अपनी जान !!
सावधान ********** **सावधान ***********सावधान !!!!!
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