करवा चौथ पर पतियों की कामना
करवा-चौथ का अनुपम त्यौहार। पति हेतु पत्नी का प्यार।।
व्रत से करती न्योछावरतन-मन!हार्दिक स्नेहमय समर्पण।।
सजधज पूजा थाली घुमाए। चमक - दमक में वह मुस्काये।।
चन्द्र,पति मुख दर्शन करती।सुखी-दाम्पत्य की कामना करती।।
हमारा भी है कुछ अधिकार।पतियों कर लो ज़रा विचार।।
परमेश्वर से हैअर्ज़ हमारी।चिरायु,सुखी रहे जोड़ी यह प्यारी।।
अपनों को यह तज कर आती। दूजे परिवार को है चमकती।।
मिले यदि इन्हें सब दिलों का प्यार। पनपेंगे संयुक्त- परिवार।।
घर की धुरी है यह बन जाती। सामंजस्य से स्वर्ग बनाती।।
कभी भी इन पर कष्ट न आएं।हरदम हम पर जान लुटाएं।।
पत्नी के दिल,आँखों में आदर-प्यार।इसके सम नहीं कोई श्रृंगार।।
आजीवन सुपत्नी का हो साथ। कृपा-पूर्ण ईश्वर का सुरक्षा -हाथ।।
====== नरेन्द्र चावला की करवाचौथ पर भेंट======== =================
करवा-चौथ का अनुपम त्यौहार। पति हेतु पत्नी का प्यार।।
व्रत से करती न्योछावरतन-मन!हार्दिक स्नेहमय समर्पण।।
सजधज पूजा थाली घुमाए। चमक - दमक में वह मुस्काये।।
चन्द्र,पति मुख दर्शन करती।सुखी-दाम्पत्य की कामना करती।।
हमारा भी है कुछ अधिकार।पतियों कर लो ज़रा विचार।।
परमेश्वर से हैअर्ज़ हमारी।चिरायु,सुखी रहे जोड़ी यह प्यारी।।
अपनों को यह तज कर आती। दूजे परिवार को है चमकती।।
मिले यदि इन्हें सब दिलों का प्यार। पनपेंगे संयुक्त- परिवार।।
घर की धुरी है यह बन जाती। सामंजस्य से स्वर्ग बनाती।।
कभी भी इन पर कष्ट न आएं।हरदम हम पर जान लुटाएं।।
पत्नी के दिल,आँखों में आदर-प्यार।इसके सम नहीं कोई श्रृंगार।।
आजीवन सुपत्नी का हो साथ। कृपा-पूर्ण ईश्वर का सुरक्षा -हाथ।।
====== नरेन्द्र चावला की करवाचौथ पर भेंट======== =================
2 comments:
Very nice
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