अत्यंत हर्ष का विषय है,भारत की"धर्मनिरपेक्षता पर गर्व"।
अप्रैल (चैत्र/वैसाख)मास में आये साथ-साथ,कितने पर्व।।
आरम्भ में नवरात्रे,कन्यापूजन,दुर्गा अष्टमी,रामनवमी त्यौहार।
फिर आया वैसाखी पकी फसल कटाई का खुशियों का वार।।
साथ-साथ महावीर जयंती, गुडफ्राई डे,हनुमानजयंती उपहार।
आ गए पावन नवरात्रे और पवित्र रमजान एक साथ इस बार।।
अपना-अपना भोजन बनाया और प्रेम से खाया,बढ़ा सद्व्यवहार।
पृथक-पृथक वेशभूषा मत देखो , ये रंग दर्शाते इंद्रधनुषी प्यार।।
प्रमाणित है भारत में हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई एकता व प्यार।
सब मिलजुल कर , हर्षित होकर मनाते ,अपने-अपने त्यौहार।।
समस्त विश्व में ऐसी सामंजस्य की ,मिलती नहीं कहीं मिसाल।
"भारत माता की जय"मिलकर बोलो ,मेरा भारतवर्ष विशाल।।
***नरेन्द्र चावला*भारत*अमेरिका***
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