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Sunday, July 28, 2024

खुद को पहचानो*** नरेन्द्र चावला

                     

      खुद को पहचानो        आत्मनिरीक्षण करो, अरे ओ समझदार इंसानों ! 

इधर-उधर देखना बंद करो ,पहले खुद को पहचानो !!

हर गलती का तुम्हें मिल जायेगा अवश्य ही कारण ! 

जब जागोगे तो होता जायेगा हर समस्या का निवारण !!

हर साल गर्मियों में झुलसते हो,पानी की हो जाती कमी !

पेड़ काटते,बिल्डिंगें बढ़ाते,वर्षा खत्म,आक्सीजन की कमी !! 

नदियों में लगातार कूड़ा खुद डालते  हो,नहीं होती कभी साफ़ !

केवल भाषणों से नहीं होंगी साफ,खुद से करो इन्साफ !!

पक्ष-विपक्ष दोनों मिलकर काम करेंगे तो जाग्रति आएगी !

स्वयं सुधार हो,जनसंख्या सीमित हो,सुख की घड़ी तभी आएगी !!

**नरेन्द्र चावला-अमेरिका**

 



Thursday, July 25, 2024

ममता का आधार*** नरेन्द्र चावला

ममता का आधार वात्सल्य 

        अगर समझो तो है माँ की ममता का अमिट आधार।

           इस ममता के प्यार की पृष्ठभूमि है पिता का प्यार।। 

           सम्पूर्ण विश्व में सब लोग मानते , ,माँ को ईश्वर के समान। 

        तनिक विचारें माँ का अस्तित्व है,यदि पिता का हो सम्मान।। 

         पिता होता है पूज्यनीय तथा परिवार की सुरक्षा व छत्रछाया।

        उनसे पूछकर देखो जिनके सर से जल्द उठ गया पिता का साया !! 

        माँ की अपूर्व ममता से मिलते हैं,हमें अमूल्य वात्सलयमय संस्कार। 

        पिता से हम पाते हैं जीवनोपयोगी शिक्षा,शिष्टाचार तथा सद्व्यवहार।।

        पूज्यनीय माता की गोदी है , बच्चों के जीवन का सुख का द्वार। 

       पूज्य पिता की डांटडपट तथा आदर्शों से भविष्य में आता है निखार।। 

        दादा दादी , नाना नानी तथा बड़ों से मिलता है अद्भुत वात्सल्य। 

         जिस को भी यह उपहार मिला है ,उसका जीवन बना अतुल्य।। 

 ***नरेंद्र चावला*भारत व अमेरिका***   

 

                 

Monday, July 15, 2024

SomeAmazing&AmusingFacts*N.K.Chawla

SOME AMAZING & AMUSING  FACTS

I, N.K.Chawla sought some Amazing & Amusing facts ,

Please read and admire my few Funny Tact-s. 

Same letters & words but Different Meanings -------

TRUNK --- (1) A box to keep clothes etc. items.

                    (2)  The solid part of every Tree.

                     (3) Every Car has  on its back space .

BANK----- (1) An authorized place to keep Money account.

                   (2) The Side of the River or Lake .

                    (3) Means to have TRUST .  

BAR--------(1) Meeting Place of Barristers / Lawyers .

                   (2) A place for Drinking Liquors . 

                    (3) A flat type piece like Chocolate Bar etc.

              ****************$$$$$$***************

3 C--- Caste ----Creed---Colour(Distinction Creates War).  

3 R---Reading--Writing--Arithmetic(PerfectEducation). 

3 D---- Drink ----Dine ----- Dance( Proper Enjoyment).

3 H-----Head------Heart-------Hands

        ( Assimilation of 3 H means Sure Success).

3 L--- Luxury--Love----Lust ( Excess is Harmful).

3 N--- Necessities -- Comforts--Luxuries 

            ( Use these all in LIMIT )

3 W---- Wife-Work-Weather (Unstable in U.S.A.)

3 W----- Wine-Wealth-- Woman (Necessary in life).

3 Z----- Jar जर----- Joru जोरू----Jameen जमीन

           (Bone of Contention).

3 C--Construction of Home - Court Case-Cronic Disease. मकान निर्माण* मुकद्दमा*महामारी 

            (Often all are unending acts).

3 F---- Fun---Food--- Frolics (Used in Outing affairs.)

3 P---Power-(शौर्य)-Peace-(शांति)-Prosperity-(समृद्धि)

3 P-(Persons)--Parents--Teacher--Guru (Respect & Love all). 

3 T***करुणा **त्याग**मर्यादा

3 God---Generator----- Operator----- Destroyer 

3 त्रिदेव--ब्रह्मा(जन्मदाता)-विष्णु (पालक )-महेश (संहारक)  

3 अमूल्य साधन----पैसा----समय----मुख से निकले शब्द

               ( कभी वापिस नहीं आते )

Monday, July 8, 2024

तन्हाई*** नरेन्द्र चावला

            तन्हाई               ब-जब मैंने पसंद की, ज़िंदगी में तन्हाई !

तभी यादों की जम करके बरसात आयी !!

  घेर लिया जकड़ लिया मुझ को ख्वाबों ने ऐसे !

बीहड़ जंगल में कोई अकेला शावक फंसा हो जैसे।।

अचानक अंधकार में लगी बिजली की चमक तड़तडाई।

न जाने तब फिर क्यों ये आंख भर आई।।

बन्द किए दरवाज़े,खिड़कियां,फिर भी हुआ नहीं कोई असर।

   तन्हाई का पता नहीं ,क्या हुआ होगा हशर !!

 बंद की आँखें तो सामने आ गई उसकी तस्वीर !

  हार गई तन्हाई, हाय  मेरी तदबीर !!

 मुझे भीड़ में भी लगता है अकेलापन, अक्सर !

उड़ता रहता है मेरा मन बिन पंखों  के , रात भर !!

तन्हाई में नहीं भाती कोई बजती शहनाई भी।

  नहीं ख़त्म होती तन्हाई ,कितनी लेता         रहूँ अंगड़ाई भी !! 

 कभी-कभी सोचता हूँ ,कैसे पाऊँ तन्हाई से निजात !

 शायद यह भी कोई दण्ड अथवा जीने की

है एक सौगात !!

यारो, मुझ पर खुदा की हुई है रहमत और मैंने कर ली है तैयारी।

मन के जगाओ विचार लिखो कविताएं,

और तूलिका पकड़ो करो चित्रकारी।।

नरेन्द्र चावला कहे,एक ही रास्ता है तन्हाई से मुक्त होने का,रहो मगन !

 मुस्कुराओ,गाओ यारों के संग और करते रहो प्रभु का सुमिरन !!                  **नरेन्द्र चावला*वर्जीनिया*अमेरिका**