कवि और कायनात
कवि और कायनात में आज भी जंग जारी है !
कविता व शायरी आज भी कायनात पर भारी है !!
हम अक्सर समस्याओं को करते रहते हैं उजागर !
आखिर कवि और शायर ही बनते हैं इनके चारागर !!
इतिहास दोहराता रहा है कवियों-शायरों का ज़माना !
चंदवरदाई के शेयरों से लगाया था, बादशाह पृथ्वीराज ने निशाना !!
हमेशा साक्षी रहेगा कवियों , शायरों से विश्व का इतिहास !
शेक्सपियर,मिल्टन,तानसेन,ग़ालिब,रफ़ी,सूर,तुलसी,कबीरदास !!
कवियों ,शायरों ,संगीतकारों ने अक्सर ऐसी मचाई हलचल !
नरेन्द्र चावला कहे,देखते-देखते इन्होने दुनिया को दिया बदल !!
जीवित रखिये लेखक ,मुशायरे,कवि दरबार तथा कवि सम्मेलन !
सभी जानते हैं साहित्य,लेख,काव्य,शायरी है समाज का दर्पण !!
***नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका***
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