मुलाकात (14 जुलाई 2025 )
आज फिर सपने में हुयी गुरूजी से, मेरी मुलाकात !
वो बोले,"मुझे ख़ुशी है,तुमने अपनाई शुक्राना सौगात"!!
परन्तु हमेशा पल्ले बाँधे रखना , मेरी यह भी एक बात !
याद रखना मैं तुम सब के इर्द-गिर्द रहता हूँ दिन रात !!
कभी किसी को कोई कष्ट न देना,करते रहना परोपकार !
बस मुझे यही चाहिए तुम सबसे एक शुकराना उपहार !!
सोतेजागते करते रहना सदा मुझसे अपने दिल की बात !
सत्संग और लंगर में रहता हूँ मैं हरदम तुम्हारे ही साथ !!
मैं देखता ही रह गया गुरूजी आये और बाहर चले भी गए !
मगर मेरे चारों तरफ एक अद्भुत सुगन्धित प्रकाश छोड़ गए !!
****नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका****
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