भारतीय संस्कार
( Social Awareness )
धीरे-धीरे मेरा भारत देश कर रहा है प्रगति लगातार।
लेकिन हो रही है विसंगति ,छूटते जा रहे हैं संस्कार।।
आज के युवा इंजीनियर,डॉक्टर,MBA CA बनते जारहे हैं।
( Social Awareness )
धीरे-धीरे मेरा भारत देश कर रहा है प्रगति लगातार।
लेकिन हो रही है विसंगति ,छूटते जा रहे हैं संस्कार।।
आज के युवा इंजीनियर,डॉक्टर,MBA CA बनते जारहे हैं।
लेकिन अपनी सभ्यता ,संस्कृति,परम्परायें भूलते जारहे हैं।।
आज कोई नहीं जानता,भारतीय वीरों की साहसिक कहानियां।
धर्म,मर्यादा,आदर-सत्कार ,सब मिटती जा रही हैं निशानियां।।
हिन्दी से भाग रहे हैं दूर ,अपने स्वदेशी त्यौहार हो रहे चकनाचूर।
विदेशी नकल करो बेशक पर,अपना अस्तित्व जीवित रखना ज़रूर।। दीवाली,होली,रक्षाबंधन,भैयादूज,तीज, करवाचौथ रखो बरकरार। युवा बच्चों में बढ़ाओ अपनी परम्पराओं का ज्ञान से अटूट प्यार।। सभी रिश्ते-नाते दादके-नानके से बनाये रखिये संबंध अपार।
तभी जीवित रहेंगे भारतीय-संस्कार, जब रहेंगे संयुक्त परिवार।। वर्ना हो जायेगी शून्य एक दिन -----भारतीयता की अमर शान। किसी को याद नहीं रहेगा,नानक, बुद्ध,राम,कृष्ण का हिंदुस्तान।। *नरेन्द्र चावला*भारत*अमेरिका*
आज कोई नहीं जानता,भारतीय वीरों की साहसिक कहानियां।
धर्म,मर्यादा,आदर-सत्कार ,सब मिटती जा रही हैं निशानियां।।
हिन्दी से भाग रहे हैं दूर ,अपने स्वदेशी त्यौहार हो रहे चकनाचूर।
विदेशी नकल करो बेशक पर,अपना अस्तित्व जीवित रखना ज़रूर।। दीवाली,होली,रक्षाबंधन,भैयादूज,तीज, करवाचौथ रखो बरकरार। युवा बच्चों में बढ़ाओ अपनी परम्पराओं का ज्ञान से अटूट प्यार।। सभी रिश्ते-नाते दादके-नानके से बनाये रखिये संबंध अपार।
तभी जीवित रहेंगे भारतीय-संस्कार, जब रहेंगे संयुक्त परिवार।। वर्ना हो जायेगी शून्य एक दिन -----भारतीयता की अमर शान। किसी को याद नहीं रहेगा,नानक, बुद्ध,राम,कृष्ण का हिंदुस्तान।। *नरेन्द्र चावला*भारत*अमेरिका*
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