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Sunday, June 28, 2015

अमूल्य धरोहर तीन (Amulya Dharohar Teen)

                       अमूल्य धरोहर तीन

      जीवन में विशेष महत्व की , अमूल्य धरोहर तीन।
      ईमानदारी से पालन करें ,  तो जीवन बने रंगीन।।
मिलते हैं जीवन में- एक ही बार,माँ-बाप तथा यौवन का प्यार। 
समय ,मृत्यु और ग्राहक भी तीनों , आते हैं  अचानक द्वार।।
निकलने के बाद नहीं लौटते,जीभ से वचन,धनुष से छूटे बाण। और कभी भी नहीं लौटते ---- देह से निकले प्राण।।
कुसंगति,स्वार्थ व् निन्दा से बचने का,प्रयास कीजिये सदा।
धन , नारी और भोजन पर अपने , रखिये हमेशा  परदा।।
 ईश्वर,विद्या और परिश्रम में हो प्रगति,यदि लगाएं तीनों में मन।
 इन तीनों को कभी न भूलिए  ,  कर्तव्य , बीमारी और ऋण।!
 काम , क्रोध और लोभ पर , कीजिये  सदॆव  कंट्रोल।
विकलांग,भिखारी और बच्चों पर,दया के रखना बोल।।
     याद रखिये----जीवन में बनना चाहें  यदि महान।
      मात-पिता व् गुरु-जनों का,हृदय से करना सम्मान।।

===नरेन्द्र चावला-गुडगाँव की एक और भेंट ======     

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