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Sunday, February 11, 2024

हार्दिक सैनिक स्मरण/नमन***नरेन्द्र चावला

     हार्दिक सैनिक-स्मरण-नमन

कोई भी उत्सव हो अथवा ऋतु शीत,ग्रीष्म या बरसात !

हार्दिक स्मरण , नमन सैनिकों का करते रहें दिनरात !! 

हम तो ख़ुशी से मनाते रहते,दिवाली, होली,ईद त्यौहार !

मत भूलो सैनिकों को सीमा पे डटे रहते जो पहरेदार !!

प्रति क्षण याद रखनी चाहियें हम को उनकी सेवाएं !

सरकार देती रहे उनके परिवारों को अतिरिक्त सुविधाएँ !!

नेताओं से अधिक देना चाहिये,देश के रक्षकों को सम्मान !

इतिहास में सदा अमर हैं हमारे रक्षक जवान।।

हमारे जीवन हेतु न्यौछावर तक कर देते   हैं अपने प्राण।

नरेन्द्र चावला कहे हमारा सुख हैं,"जय जवान-जय किसान"!!

*********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका************

Saturday, February 10, 2024

मेरी नई सोच***नरेन्द्र चावला

            मेरी नयी सोच - सहनशीलता 

  मेरी नयी सोच है - धैर्य अर्थात सहनशीलता !

  मैंने यह विषय चुनने में बरती बहुत गंभीरता !

  सहनशीलता,सब्र अथवा धैर्य का गुण है महान !

 अपने व्यक्तित्व में देदो इस गुण को विशेष स्थान !

  विश्व में जिसने भी इस गुण को नहीं अपनाया !

  वे व्यक्ति या देश अपने किये पर बहुत पछताया !!

 भूमि,वृक्ष,कागज़,कलम से,हम शिक्षा ले सकते हैं !

इस सोच से हम प्रत्येक क्षेत्र में सफल हो सकते हैं !!

भूमि रखती युद्ध,शांति,प्राकृतिक प्रकोप में सहनशीलता ! 

वृक्षों में पतझड़,बहार,आँधीतूफांन में भी रहती सहनशीलता !!

कागज़ और कलम में भी छिपी है अद्भुत सहनशीलता !

वैसे इस सहनशीलता के विरुद्ध यदि कोई ललकारेगा !

तो विश्वास कीजिये वह अपना अस्तित्व जड़ से उखाड़ेगा !!

इसे अपनाने से हमारे परिवारों व विश्व में होंगे चमत्कार !

युद्ध ,तलाक नहीं होंगे,पनपेगा संयुक्त परिवार तथा प्यार !! 

पसंद आये तो अपना कर देखें नरेन्द्र चावला का ये विचार !!!

यही है वरिष्ठ नागरिक के रूप में एक सोच मेरी।

अपनाओ सहनशीलता, ये अहंकारी शरीर हो जायेगा

इक दिन राख की ढेरी।।

********नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया -अमेरिका********