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Thursday, September 26, 2019

परिवर्तन ही जीवन है !!! ( Philosophy of Life )

            परिवर्तन ही जीवन है !!!
               ( Philosophy of Life ) 

   परिवर्तन ही जीवन है----- और जीवन भी है परिवर्तन ।
   गति समय की चले निरंतर,सुख-दुःख का होता आवर्तन।।

    ऋतुऐं बदल-बदल कर आती,अपना-अपना रंग दिखाती। 
    शीत,ग्रीष्म तथा बरसात, हेमंत, शिशिर ,पतझड़ की रात।       प्रकृति के सब जीवों हेतु,अत्यावश्यक है ऋतु-आवागमन।।----

     जन्म-मरण का है यह धोखा, प्रवाह कभी न जाए रोका। 
     जिसे समझते है हम अंत, परिवर्तित रूप का है वह तंत। 
  योगी-ज्ञानी सभी जानते , करके सच्चा सुमिरन - चिंतन।।---

      बीज से तरू ,तरु से पात,परिवर्तन फल-फूल सौगात। 
      फल से पुन; दोहराया जाता,परिवर्तन का रिश्ता-नाता।जीवन का दर्शन है यारो,सृजन-विसर्जन,सृजन-विसर्जन।।----

**नरेन्द्र चावला *भारत*अमेरिका**