हास्य कविता -बेचारा दामाद
एक बार की बात है एक Businessman थे बड़े कामयाब !
सारे शहर में उनका था बहुत ही रोबदाब !!
मगर जब घर लौटते तो रहते थे हमेशा परेशान !
क्योंकि उनकी पत्नी छोड़ती रहती थी,उनकी आदतों पर व्यंग बाण !!
एक बार साले की शादी का invitation आया !
तुरंत पत्नी ने जाने का प्रोग्राम बनाया !!
शगुन वाले दिन पति बोले -"तुम बच्चों को लेकर चली जाओ।
मैं शाम को कुछ देर से पहुँच जाऊंगा "!!
पति को वैसे भी थी ससुराल से कुछ एलर्जी !
क्योंकि वहां उन की नहीं चलती थी मर्जी !!
पहुँच तो गए शगुन के प्रोग्राम में सरकार !
परन्तु इनके पास कोई शख्स बैठने को नहीं था तैयार !!
वापिस घर आने पर होगई आपस में लड़ाई !
" देख लिया मैंने सबको ,कोई नहींआया मेरे नज़दीक तेरा भाई "!!
पत्नी ने चेक किया तो बोली- "खुल गया तुम्हारा भेद हुज़ूर !
सूट और टाई तो नये पहने थे,पर गंदी जुराबें छोड़ रही थी बदबू दूर-दूर "!!
दूसरे दिन सेहराबंदी पर , फिर लेट पहुंचे जनाब !
मगर आज भी वही पुराना स्वागत होने लगा !
हर आदमी उनसे दूर-दूर होने लगा ! अब तो वो खुलकर बोले ---
"अरे क्यों दूर भाग रहे हो आज --बिलकुल Brand new पहनी हैं !
Proof के लिए गंदी रखकर लाया हूँ जेब में आज "!!!!!!!!!
************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका****************