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Monday, May 1, 2023

हास्य कविता *बेचारा दामाद***नरेन्द्र चावला

                       हास्य कविता -बेचारा दामाद 

एक बार की बात है एक Businessman थे बड़े कामयाब !

     सारे शहर में उनका था बहुत ही रोबदाब !!

   मगर जब घर लौटते तो रहते थे हमेशा परेशान !

  क्योंकि उनकी पत्नी छोड़ती रहती थी,उनकी आदतों पर व्यंग बाण !! 

      एक बार साले की शादी का invitation आया !

       तुरंत पत्नी ने जाने का प्रोग्राम बनाया !!

शगुन वाले दिन पति बोले -"तुम बच्चों को लेकर चली जाओ। 

        मैं शाम को कुछ देर से पहुँच जाऊंगा "!!

        पति को वैसे भी थी ससुराल से कुछ एलर्जी !

         क्योंकि वहां उन की नहीं चलती थी मर्जी !!

         पहुँच तो गए शगुन के प्रोग्राम में सरकार !

     परन्तु इनके पास कोई शख्स बैठने को नहीं था तैयार !!

        वापिस घर आने पर होगई आपस में लड़ाई !

    " देख लिया मैंने सबको ,कोई नहींआया मेरे नज़दीक तेरा भाई "!!

    पत्नी ने चेक किया तो बोली- "खुल गया तुम्हारा भेद हुज़ूर !

  सूट और टाई तो नये पहने थे,पर गंदी जुराबें छोड़ रही थी बदबू दूर-दूर "!!

          दूसरे दिन सेहराबंदी पर , फिर लेट पहुंचे जनाब ! 

            मगर आज भी वही पुराना स्वागत होने लगा !

    हर आदमी उनसे दूर-दूर होने लगा ! अब तो वो खुलकर बोले ---

    "अरे क्यों दूर भाग  रहे हो आज --बिलकुल Brand new पहनी हैं !

    Proof के लिए गंदी रखकर लाया हूँ  जेब में आज "!!!!!!!!! 

************नरेन्द्र चावला-वर्जीनिया-अमेरिका****************