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Tuesday, February 18, 2020

वैदिक संस्कृति का अनुमोदन ( Life & Perspectives )

  वैदिक संस्कृति का अनुमोदन 
 (Life & Perspectives)  
   ईश्वर का हार्दिक धन्यवाद ,जो चीन ने अपनाई वैदिक रीति।
   सत्य सिद्ध हुई रामचरितमानस,"भय बिना नहीं होती प्रीति"।।

कोरोना वायरस निरंतर मौतों व व्यापार ठप्प होने से चीन घबराया।
चीन ही नहीं ,सम्पूर्ण विश्व में , मानवता पर रोग का भय 
मंडराया।।

   शवों को दफनाना बंद कर के , शव जलाने की रीति अपनाई।
 शवदाह करने से हर वायरस की समाप्ति,बात समझ में आयी।।

मांसाहारी होना ही है , अधिकतर रोगों की उत्पत्ति का कारण।
शाकाहारी बनने से ही होगा ,ऐसे घातक रोगों का निवारण।!
यज्ञ तथा हवन की अग्नि में ,पवित्र घी तथा सामग्री की आहुति।
 वैदिक पद्धति से ही सम्भव है  , समस्त विश्व में शांति की पूर्ति।।

शारीरिक-स्पर्श ,चुंबन व शेक-हैण्ड करने से होता,रोगाणु-प्रसार।
हाथ जोड़ नमस्कार करने से है सम्भव,मन-मस्तिष्क से सत्कार।।

चीन से ही सही समस्त विश्व ,धीरे-धीरे सद्मार्ग पर आएगा।
और संसार एक दिन " भारतीय वैदिक संस्कृति " अपनाएगा।                   नरेन्द्र चावला--ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका